सती सुलोचना
कहते हैं हर चीज के दो पहलू होते हैं। इन दिनों करोना वायरस ने पूरे विश्व में हा- हा कार मचाया हुआ है तो दूसरी तरफ इसका एक सकारात्मक पक्ष यह है कि हम इन दिनों अपने घर पर हैं, सुरक्षित हैं। इसी सकारात्मकता के चलते इन दिनों टीवी पर बहुत अच्छे-अच्छे कार्यक्रम दिखाई जा रहे हैं / दोहराए जा रहे हैं जैसे की रामायण, महाभारत, चाणक्य आदि जिन्हें देखकर धार्मिक और सांस्कृतिक एकता ,अखंडता का ज्ञान हो रहा है। इसी श्रृंखला में अभी 2 दिन पहले ही रामायण में मेघनाद वध हुआ था। मेघनाद की पत्नी सुलोचना थी उसी के बारे में एक बहुत सुंदर कथा है मुझे अच्छी लगी शायद आपको भी अच्छी लगे....... रामायण के विषय में कुछ ऐसी कथाये है जो प्रचलित हैं जो की सत्य और सार्थक जान पड़ती हैं किंतु मूल रामायण एवं रामचरित मानस में नही है। उसमें से एक प्रसिद्ध कथा है महासती सुलोचना की कथा!!!!!!! सुलोचना वासुकी नाग की पुत्री और लंका के राजा रावण के पुत्र मेघनाद की पत्नी थी। लक्ष्मण के साथ हुए एक भयंकर युद्ध में मेघनाद का वध हुआ। उसके कटे हुए शीश को भगवान श्रीराम के शिविर में लाया गया था। अपने पति की मृत्यु का समाचार पाकर सुलोच