बलिदान का मूल्य
बलिदान का मूल्य एक अतीव सुन्दरी युवती प्लेन ( हवाई जहाज ) पर चढ़ी औऱ बैठने के लिये अपनी सीट ढूंढने लगी। उसने पाया कि उसकी सीट एक ऐसे पुरूष के बगल में है जिसके दोनों हाथ नहीं थे। उस खूबसूरत महिला ने विमान परिचारिका ( airhostess ) को बुलाया और कहा कि मैं इस व्यक्ति के बगल में नहीं बैठ सकती । मुझे एक बिना हाथों के व्यक्ति के साथ बैठकर यात्रा करना असुविधाजनक प्रतीत हो रहा है, अतः आप मेरी सीट बदल दें। एयर होस्टेस ने पूछा " मैडम क्या में असुविधा का कारण जान सकती हूँ ?" सुन्दर युवती बोली मुझे इस प्रकार के अंगहीन, लूले, लंगड़े व्यक्ति पसंद नहीं हैं। मुझे ऐसे व्यक्तियों के साथ यात्रा करना तो क्या थोड़ी देर बैठना भी पसंद नहीं है। यह सुनकर एयर होस्टेस को धक्का लगा, क्योंकि वह वह व्यक्ति देखने में और बातचीत में बड़ा ही सभ्य और सुसंस्कृत लग रहा था। सुन्दर युवती ने पुनः दोहराया की मुझे इसके साथ नहीं बैठना है, आप मेरी सीट बदल दें। एयरहोस्टेस ने युवती से कहा आप धैर्य रखें हम आपकी सुविधा हेतु हर सम्भव प्रयत्न करेंगे। उसने पूरा विमान देखा और पाया कि कोई सीट उपलब्ध नहीं है। एयरह