शिक्षक
एक बड़े उद्योगपति शिक्षा संस्थानों के शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे- "देखिए! बुरा मत मानिए ! लेकिन जिस तरह से आप काम करते हैं; जिस तरह से आपके संस्थान चलते हैं यदि मैं ऐसा करता तो अब तक मेरा बिजनेस डूब चुका होता ।" चेहरे पर सफलता का दर्प साफ दिखाई दे रहा था ! "समझिए ! आपको बदलना होगा; आपके राजकीय संस्थानों को बदलना होगा; आप लोग आउटडेटेड पैटर्न पर चल रहे हैं; और सबसे बड़ी समस्या आप शिक्षक स्वयं हैं, जो किसी भी परिवर्तन के विरोध में रहते हैं !" "हमसे सीखिए ! बिजनेस चलाना है तो लगातार सुधार करना होता है किसी तरह की चूक की कोई गुंजाइश नहीं !" प्योर अंग्रेजी में चला उनका भाषण समाप्त हुआ... .. तो प्रश्न पूछने के लिए एक शिक्षिका का हाथ खड़ा था..! "सर ! आप दुनिया की सबसे अच्छी कॉफी बनाने वाली कंपनी के मालिक हैं । एक जिज्ञासा थी कि आप कॉफी के कैसे बीज खरीदते हैं..? " उद्योगपति का गर्व भरा ज़वाब था- *"एकदम सुपर प्रीमियम! कोई समझौता नहीं..!" शिक्षिका ने फिर पूछा:- "अच्छा मान लीजिए आपके पास जो माल भेजा जाए उसमे...