am, pm का रहस्य


क्या आप जानते हैं कि समय के साथ a.m., p.m. जो लगाया जाता है उसकी उत्पत्ति कहां से हुई है? वैसे तो हम सभी जानते हैं कि संसार में जितना भी ज्ञान है वह भी वेदों से आया है ।ऐसा कोई भी विषय नहीं है वेदों में जिसके बारे में ना लिखा गया हो। विडंबना यह है कि हम उनके तह तक पहुंच  ही नहीं पाए हैं ।
इसी तरह a.m.
(आरोहणम् मार्तडस्य्)   जिसका का अर्थ है सूर्योदय
 p.m.(पतनम् मार्तडस्य्) का अर्थ है सूर्यास्त यानी ये भी हमारे वेदों का ही ज्ञान है
  धन्य है हमारे ऋषि मुनि, धन्य है उनका ज्ञान ,धन्य है हमारी भारत भूमि। मैं अपने आप को गौरवान्वित समझती हूं कि मैंने यहां जन्म लिया।
 वंदे मातरम।
 भारत वर्ष हमेशा से ही जगतगुरु रहा है क्योंकि उसके पास अथाह ज्ञान भंडार है।


Did you Know???
A. M.  &  P. M. as we all know, stand for ante meridian and post meridian. But, ante of what  and post of what was  never clarified- the subject itself is missing.
The letters however have been drawn from Sanskrit, from the words (आरोहणम् मार्तडस्य्) Aarohanam Marthandasya (AM) and (पतनम् मार्तडस्य्) Pathanam Marthandasya (P.M.)

आरोहणम् मार्तडस्य्  means the rising of the sun and पतनम् मार्तडस्य्  means the setting of the sun. Now we have clarity on the meaning of the terms A.M. and P.M.



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